सुरेंद्र मलनिया
दाहा /बागपत चौगामा क्षेत्र के धनोरा गाँव मे चल रहे राष्ट कल्याण हेतु आर्य सम्मेलन तीन दिवसीय ऋग्वेद खण्ड पारायण यज्ञ का गुरुवार को समापन हो गया जिसमें बोलते हुए यज्ञ के ब्रह्मा स्वामी आर्यवेश ने कहा उत्तम विचार ही मनुष्य को महान बनाते है। ज्ञानी मनुष्य ही विद्वान कहलाता है।उ उन्होंने कहा कि मनुष्य तभी महान बन सकता है, जब वह उत्तम कर्म करेगा। कर्म ही मनुष्य की पहचान बनते हैं। जो जैसा कर्म करेगा, उसकी वैसी ही पहचान बनती जाएगी।
वही अमित शास्त्री ने कहा कि यज्ञ संसार का सर्वश्रेष्ठ कर्म है। जीवन में श्रेष्ठ कर्म करने वाला वाला मनुष्य सदा सुखी रहता है। वर्तमान परिवेश में प्रदूषण दिनों दिन बढ़ रहा है। इसका कारण मनुष्य द्वारा प्रकृति का अत्यधिक दोहन है। इन विषम परिस्थितियों में अग्निहोत्र ही एकमात्र समाधान है। यज्ञ संसार का सर्वश्रेष्ठ कर्म है। इससे पर्यावरण के साथ आत्मिक शुद्धि भी होती है।
यज्ञ का वेदपाठ अमित शास्त्री गंगा शरण शास्त्री और शिवानी ने किया यज्ञ के यज्ञमान विनोद कुमार वेदवान उनकी पत्नी रही इस मौके पर समाज सेवी प्रेम सिंह मास्टर आनन्द छिल्लर जलसिंह विवेक चौधरी रहिसुदीन तेजपाल पहलवान अंकित शास्त्री संगीता आर्य चन्द्रवीर राणा देवेन्द्र कृष्णपाल सिंह राजेन्द्र रामफल आर्य आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।
पीटीआई न्यूज़ ब्यूरो...