नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने शनिवार को कहा कि नेवी की सभी शाखाओं में अब महिला अधिकारियों को शामिल किया जा रहा हैं। जल्दी ही ये जहाज, एयरबेस और विमानों पर पुरुष अधिकारियों की भाँति ही तैनात की जाएंगी।
लड़ाकू विमान उड़ाएंगी: नौसेना दिवस से एक दिन पूर्व उन्होंने कहा, अभी सात या आठ शाखाओं में महिला अधिकारियों को मौके दिए गए हैं। अगले साल से सभी शाखाओं में महिला अधिकारियों को शामिल किया जाएगा, जिनमें लड़ाकू विमानों को उड़ाना भी शामिल है। उन्होंने बोला कि पहली बार नौसेना में महिला नाविकों को शामिल किया गया है। नौसेना में शामिल तीन हजार अग्निवीरों में 341 महिला नौसैनिक हैं।
भर्ती प्रक्रिया समान: नौसेना प्रमुख ने अग्निवीरों का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें उसी तरीके से नौसेना में भर्ती किया गया है, जैसे पुरुष नौसैनिकों को किया जाता है। उन्होंने वही मानक और प्रक्रियाएं पूरी की हैं, जो पुरुष उम्मीदवारों को करनी पड़ती है। कोई अलग से महिला नौसैनिकों की भर्ती नहीं कर रहे हैं। उनका चयन भी पुरुष उम्मीदवारों के साथ हुआ है।
आत्मनिर्भर बना रहे: एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा, नौसेना का लक्ष्य देश के लिए देश में निर्मित सुरक्षा समाधान हासिल करना है। इसके लिए नौसेना को साजो सामान के मामले में पूरी तरह से आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस मामले में वर्ष 2047 तक नौसेना को पूरी तरह से आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इस बाबत हमने सरकार को आश्वासन दिया है।
एक साल में अभियानों की तैयारी:एडमिरल कुमार ने कहा, पिछले एक साल में हमारी सेना बहुत व्यस्त रही हैं। भारतीय नौसेना ने पिछले एक वर्ष llमें काफी अभियानगत क्षमता हासिल की है और समुद्री सुरक्षा की अहमियत पर अधिक बल दिया जा रहा है।
नौसेना प्रमुख ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा, नौसना हिंद महासागर क्षेत्र में चीन के विभिन्न सैन्य और अन्वेषण जहाजों की आवाजाही पर कड़ी निंगरानी कर रही है। नौसेना हमेशा किसी भी चुनौती से निपटने को तैयार रहती है।