आजीविका एवं उद्यम विकास कार्यक्रम (एल ई डी पी) परियोजन का किया उद्घाटन।

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डा० नेहा ठाकुर ने लला लाजपत् राय विश्वविद्यालय हिसार से आकर बागपत में इस परियोजना के अन्तर्गत प्रथम दिन का प्रशिक्षण प्रारम्भ किया यह दस दिनो तक चलेगा जिसमे स्वयं सहायता समूह की महिलाये अब दुग्ध मूल्य संवर्धन और प्रसंस्करण पर चलेगा।
बोले डीडीएम: जनपद बागपत के विकास खंड बागपत के स्वयं सहायता समूह की महिलाये अब दुग्ध मूल्य संवर्धन और प्रसंस्करण के माध्यम से अपनी आय में  करेंगी वृद्धि।

बोले आयुर्वेट के अधिकारी: दुग्ध प्रसंस्करण की  तकनीक का  अभिनव प्रयोग से जनपद बागपत के स्वयं सहायता समूह की महिलाये अब घर के चूल्हे तक ही नही रहेंगी सीमित।

बागपत। ब्रहस्पतिवार को नाबार्ड एवं आयुर्वेट रिसर्च फाउंडेशन के तत्वाधान आजीविका एवं उधम विकास कार्यक्रम (एल. ई. डी. पी.) प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया गया जिसके अंतर्गत अंतराल डेयरी एफपीओ एवं स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाये होंगी लाभान्वित। उद्घाटन नाबार्ड के जनरल मैनेजर रेमंड डीसोजा, डीडीएम नाबार्ड शोमीर पूरी  और सी डी ओ बागपत ने किया। डीडीएम शोमीर पूरी ने बताया कि  स्वयं सहायता समूह की महिलाये अब दुग्ध मूल्य संवर्धन और प्रसंस्करण के माध्यम से अपनी आय में वृद्धि करेंगी। इसके साथ ही जनपद में अन्तराल फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड द्वारा सराहनीय कार्य किया जा रहा है। जिससे पशुपालक भी हो रहे है लाभान्वित।

कार्यक्रम में नाबार्ड के जनरल मैनेजर, सीडीओ महोदय, डीडीएम नाबार्ड एवं आयुर्वेट रीसर्च फाऊंडेशन के सीईओ डाo अनूप कालरा, जैनेंद्र गुप्ता, डाo पुनीत पाठक, धर्मेंद्र और कृष्ण गोपाल आदि लोग उपस्थित रहे। इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत सहायता समूह की महिलाये को बेहतर दुग्ध प्रसंस्करण हेतु स्वचालित तकनीक के प्रयोग के साथ साथ अपशिस्ट प्रबंधन पर प्रशिक्षण दिया जाएगा जिससे ग्रामीण महिलाओ की आजीविका में सुधार होगा और महिलाओं में काम करने की नई पहल जगेगी जिसके माध्यम से दुग्ध प्रोसेसिंग कर वो गुणवत्ता पूर्ण उत्पादन करने में सक्षम होंगी। 

आयुर्वेट रिसर्च फाउंडेशन से जैनेंद्र गुप्ता ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के माध्यम से 150 महिलाओ को 10 दिनों का परीक्षण कार्यक्रम पांच ग्रुप में दिया जाएगा। बाहुल्य दुग्ध उत्पादन क्षेत्र  को देखते हुए इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को नाबार्ड के वित्तीय सहयोग से चलाया जा रहा है। जो स्वयं सहायता समूह को स्थाई बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।


आयुर्वेट के अधिकारी कृष्ण गोपाल ने कार्यक्रम में अन्तराल डेयरी फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी की प्रगति के विषय में जानकारी देते हुए बताया की मावा उत्पादन कर दिल्ली एवं लोकल क्षेत्र में बेचने के साथ सादी वा पार्टियों की भी बुकिंग लेते है। इसके साथ ही अंतर्गत अन्तराल डेयरी एफपीओ जल्द ही पशु फीड का व्यवसाय चालू कर देगा जिससे पशुपालकों को उचित दाम पर उपलब्ध कराया जायेगा। पशुपालन की लागत कम करने की दिशा में अंतराल डेयरी एफपीओ इस तरह के कई कामों को करने का बीड़ा उठाएगा जो एफपीओ से जुड़े किसानो की आय स्तर को सुधारने में एक सराहनीय कदम साबित होगा।

पीटीआई न्यूज़ ब्यूरो... 
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